Friday, November 10, 2017

सर्दी के मौसम में अगर खाएंगे ये चीज़ तो होंगे कई फायदे .....

सर्दी के मौसम में अगर खाएंगे ये चीज़ तो होंगे कई फायदे .....
Samachar Jagat 10 Nov. 2017 10:09

हेल्थ डेस्क। इस गर्म दूध के साथ अगर गुड खाया जाए तो इससे वजन कंट्रोल करने के साथ-साथ आपको त्वचा में निखार भी मिलता है। यह किसी औषधि से कम नही है। सर्दी के दिनों में गुड़ आपके लिए हर तरह से फायदेमंद होता है।

• यह स्वास्थ्य और पाचन के लिए लाभदायक साबित होता है सर्दी के मौसम में गुड़ का सेवन करना सभी उम्र वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद रहता है।
• सर्दियों के दिनों में गुड का सेवन करने से गर्माहट मिलती है और यह सर्दी, खांसी और जुकाम से भी बचाता है गुड की चाय पीने से फायदा मिलता है।

• इन दिनों में गले और फेफड़ों में संक्रमण बहुत जल्दी फैलता है इसलिए इससे बचने के लिए गुड़ का सेवन काफी मददगार साबित हो सकता।

• गुड में ऐसे गुड पाए जाते है जो आपके शरीर में मौजूद अशुद्धियों को साफ कर देता है। इसलिए रोजाना गर्म दूध और गुड का सेवन करने से आपके शरीर से ऐसी अशुद्धियां निकल जाती है। जिससे आपको कोई बीमारी नहीं होगी।
संदर्भ पढ़ें

Wednesday, November 8, 2017

तिलक लगाने के लिए इस उंगली का प्रयोग देता है मौत को आमंत्रण

तिलक लगाने के लिए इस उंगली का प्रयोग देता है मौत को आमंत्रण
Hari Bhoomi 8 Nov. 2017 02:04

तिलक का प्रयोग पूजा-पाठ में विशेष महत्व रखता है। तिलक को पूजा की पवित्रता और भगवान के आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि तिलक को माथे पर लगाने से आज्ञा चक्र जागृत होता है। एकाग्रता को बढ़ाने के लिए चंदन का प्रयोग करना बेहतर माना गया है।
तिलक लगाने में उंगली के प्रयोग का खास महत्व है। मान्यता है कि तिलक लगाने के लिए कुछ खास उंगली का ही प्रयोग किया जाना बेहतर होता है। शास्त्रों में अनामिका उंगली यानि रिंग फिंगर से चंदन लगाना सभी प्रकार से शुभ फल देने वाला कहा गया है। इसके अलावे सभी उंगलियों से चंदन लगाने का विशेष महत्व है। आज हम आपको विभिन्न उंगलियों से चंदन लगाने के प्रभाव के बारे में बता रहे हैं।
मध्यमा उंगली

मध्यमा उंगली जो कि बीच वाली उंगली होती है। इस उंगली को शनि की उंगली मानी जाती है। इसलिए चंदन लगाने के लिए इस उंगली का प्रयोग सौभाग्य कारक माना जाता है। इसके अलावे इस उंगली से चंदन लगाना व्यक्ति को स्वस्थ रखता है। इतना ही नहीं इस उंगली से तिलक लगाना आर्थिक सुदृढ़ता को दर्शाता है।
अनामिका अंगुली

इस उंगली से तिलक लगाना मानसिक शक्ति को अत्यधिक प्रबल बनाता है। इस उंगली का संबंध सूर्य से है इसलिए इस उंगली से तिलक लगाना व्यक्ति के आज्ञा चक्र को जागृत करता है। अनामिका उंगली से तिलक लगाना व्यक्ति के मान-सम्मान को बढ़ाता है। आज्ञा चक्र को जाग्रत करने के लिए ही पूजा पाठ में इस उंगली का प्रयोग किया जाता है।
अंगूठा

अंगूठा को शुक्र से जुड़ा माना गया है। शुक्र ग्रह धन-वैभव के करक होते हैं इसलिए इस उंगली से चंदन लगाने से धन-संपत्ति बढ़ती है। साथ ही व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। मान्यता है कि अगर किसी बीमार व्यक्ति को नियमित रूप से अंगूठे का प्रयोग करते हुए चंदन का तिलक लगाया जाए तो कुछ ही दिनों में वह स्वस्थ हो जाता है।
तर्जनी उंगली

तिलक लगाने के लिए तर्जनी उंगली का प्रयोग करना असमय मृत्यु की ओर ले जाता है। तिलक लगाने के लिए तर्जनी उंगली का प्रयोग केवल मृत व्यक्ति के लिए किया जाता है। मरने के बाद मृत व्यक्ति को इस हेतु किया जाता है कि मृत व्यक्ति के आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो जाए।

Thursday, November 2, 2017

अंबील: लकवा/अर्धांगवायु/ पैरालिसीसवर घरगुती उपाय:

अंबील:
लकवा/अर्धांगवायु/ पैरालिसीसवर घरगुती उपाय:

तूर, हरभरा, मटकी, मसूर, मूग,  वाटाणा, चवळी, ही सर्व कडधान्ये समप्रमाणात एकत्र करून दळायचे. मिक्सरमध्ये बारीक केली तरी चालेल. त्या पिठाची अंबील करून सकाळ, दुपार, संध्याकाळ  पोटभर घ्यावयाची. आठ -दहा दिवसांतच बदल होण्यास सुरूवात होईल.

अंबील करण्याची पद्धत :-
रात्री वरील पीठ ताकात (साधारण एक वाटी एका माणसास पुरे) भिजत ठेवावे. सकाळी चांगले आंबवण बनेल. तूप (देशी गायीचे) अथवा खाद्यतेलाने हिंग, ओवा, लसूण, हळद थोडीशी टाकून फोडणी द्या. नंतर ताक अथवा पाणी टाकून पातळ सूपसारखे करा. झाले अंबील तयार.

Prevention म्हणून घेतल्यास शरिरातील सर्व रक्तवाहिन्यांतील अडथळे (blockages) विरघळून जाणार. डायबिटीस, बीपी(रक्तदाब) असणाऱ्या पेशंटनी अथवा जाडजूड लोकांनी जरूर करावा. हदयविकार, झटका, येणार नाही.

डॉ. प्रशांत भोसले
आयुर्वेद भांडार , बारामती ,
9527720843.
👆🏽
(Forwarded post)

Wednesday, October 18, 2017

बड़ी से बड़ी तांत्रिक विद्या को नष्ट करता है ये उपाये

बड़ी से बड़ी तांत्रिक विद्या को नष्ट करता है ये उपाये

हिन्दू धर्म में तंत्र-मंत्र का विशेष महत्व माना गया है। ज्योतिषशास्त्र में भी तंत्र-मंत्र को माना है। दुनिया मे हर चीज का कोई न कोई महत्व होता है। हर चीज मनुष्य के जीवन को प्रभावित करती है। अंतरिक्ष में विराजमान हर ग्रह मानव जीवन को प्रभावित करता है इन्ही ग्रहों से मानव के जीवन में अच्छा या फिर बुरा समय आता है। आमतौर पर लोग अपने जीवन में आये इस तरह के बदलावों को समझ नहीं पाते हैं और इसलिए वह इन सब परेशानियों का उपाए भी नहीं कर पाते हैं। तो आज हम आपको इससे जुड़ी ही कुछ बातों से अवगत कराने जा रहे है जिन्हे आप भी समझ कर इनका उपाए कर सकते हैं।
शनिवार के दिन पाँच पीपल के पत्ते और आठ पान के पत्ते लें और उसे एक धागे में पिरोकर अपने दुकान या ऑफिस के बाहर बाँध दें। यह काम हर शनिवार को करें। ऐसा करनें से आपको हर प्रकार की तांत्रिक क्रिया से मुक्ति मिल जाएगी और कुछ ही दिनों में धंधा दुगुनी गति से चलनें लगेगा।
सात शनिवार तक लगातार एक नारियल को बहते हुए पानी में प्रवाहित करें। नारियल प्रवाहित करनें के साथ “ॐ रामदूताय नमः” मंत्र का जाप भी करें। ऐसा करनें से राम भक्त हनुमान के साथ-साथ शनिदेव की भी कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
शनिवार के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति या गरीब को जूते-चप्पल दान करें। ऐसा करनें से शनिदेव प्रसन्न होकर आपके जीवन के कष्टों को दूर करते हैं।
सुबह के समय जब भी नींद खुले, सबसे पहले अपनी हथेलियों को तीन बार चूमें। इसके बाद ही अपने दिन की शुरुआत करें। यह उपाय इस शनिवार से ही शुरू कर दें। कुछ ही दिनों में लाभ दिखना शुरू हो जायेगा।

Sunday, October 15, 2017

5 चौपाइयां, इन्हें बोलने से दूर होती हैं हर तरह की परेशानियां

5 चौपाइयां, इन्हें बोलने से दूर होती हैं हर तरह की परेशानियां

हनुमानजी को कलियुग में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाला देवता माना गया है। हनुमान चालीसा की कुछ चौपाइयां ऐसी हैं जिनका जाप यदि नियमित रूप से 108 बार किया जाए तो जीवन से हर तरह की परेशानियां दूर हो सकती हैं साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसी ही चौपाईयों को …

विद्यावान गुनी अति चातुर। रामकाज करिबे को आतुर।।

यदि किसी व्यक्ति को विद्या और धन चाहिए तो इन पंक्तियों के जप से हनुमान जी का आशीर्वाद मिल जाता है। रोजाना 108 बार जाप करने से व्यक्ति का पैसों से जुड़ा दुख दूर हो जाता है।

भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्रजी के काज संवारे।।

जीवन में ऐसा कई बार होता है कि तमाम कोशिशों के बावजूद कामों में रुकावट आती हैं। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा हो रहा है तो यहां बताई चौपाई का108 बार जाप करें, लाभ होगा।

भूत-पिशाच निकट नहीं आवे। महावीर जब नाम सुनावे।।

इस चौपाई का निरंतर जाप उस व्यक्ति को करना चाहिए जिसे किसी का डर सताता हो। इस चौपाइ को रोजाना 108 बार बोलने से हर तरह के डर से मुक्ति मिलती है।

नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

यदि कोई व्यक्ति बीमारियों से घिरा रहता है, अनेक इलाज कराने के बाद भी वह ठीक नही हो पा रहा, तो उसे इस चौपाई का जाप करना चाहिए। इस चौपाइ का जप निरंतर सुबह-शाम 108 बार करना चाहिए।

अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता ||
यह चौपाइ व्यक्ति को समस्याओं से लड़ने की शक्ति देती है। यदि किसी को भी जीवन में शक्तियों को पाना हो तो रोज, ब्रह्म मुहूर्त में आधा घंटा इन पंक्तियों का जाप करे, लाभ मिलेगा।

Saturday, October 14, 2017

मच्छर भगाने के दो ऐसे तरीके जिसे आप जानकर कंपनी की मॉस्किटो लिक्विड लेना छोड़ देंगे

मच्छर भगाने के दो ऐसे तरीके जिसे आप जानकर कंपनी की मॉस्किटो लिक्विड लेना छोड़ देंगे
13 Oct. 2017
 
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हमारी दुनिया में बहुत से छोटे-बड़े जीव है जिनमे से बहुत से जीवों के बारे में हम नहीं जानते लेकिन फिर भी वे हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होते है. इन्ही में से एक है मच्छर जिसे हम सभी बहुत अच्छी तरह जानते है और जिसका घर में होना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह होता है. सर्दियों के मौसम में इनका इतना प्रकोप देखने को नहीं मिलता लेकिन मौसम में गर्माहट आने के साथ-साथ घर में इनकी तादाद भी बढ़ने लगती है. मच्छर मनुष्य जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा है. मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि जैसी खतरनाक बिमारियों का करना मच्छर ही होते है. इसके साथ ही त्वचा पर आये विभिन्न तरह के निशान और लालिमा भी इन मच्छरो के काटने से आती है. गर्मियों के अलावा बरसात के मौसम में भी मच्छरों का आतंक देखने को मिलता है. अधिकतर मच्छर ज्यादा आद्रता वाले क्षेत्रो में पनपते है. जो दुनिया में फैली बहुत सी बिमारियों का कारण भी होते है. ऐसे में खुद को मच्छरो से बचाना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. ऐसे तो बाज़ार में ढेरों उत्पाद मौजूद है जिनकी मदद से इन मच्छरो से पीछा छुड़ाया जा सकता है. लेकिन उन सभी के निर्माण में कई तरह के रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है. जो आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव भी डाल सकते है. ऐसे में करें तो क्या?

अक्टूबर-नवंबर का महीना मच्छरों के पनपने के लिए बहुत मुफीद होता है। इस समय न तो ज्यादा गर्मी पड़ती है और न ही ज्यादा ठंड। ऐसे में मच्छरों काफी तेजी से फैलते हैं। इस वजह से डेंगू और चिनकगुनिया जैसी बीमारियां भी इन महीनों में अधिक होती है। हम आपको बताने जा रहे हैं मच्छर भगाने के ऐसे देसी तरीके जिनके आगे महंगी मशीनें, टिकिया और क्वाइल फेल हैं।

क्या आप जानते है कि मच्छर भगाने वाली एक क्वायल 100 सिगरेट के बराबर नुकसान करता है तो सावधान रहिए मच्छर भगाने का सबसे सस्ता, टिकाऊ, आसान और देसी तरीका अपनायें इससे आपको पैसे और स्वास्थ दोनों की बचत होगी

नीम का तेल और कपूर :- सबसे पहले आप किसी भी कंपनी की केमिकल वाली खाली रीफिल घर में तलाशें ये आपको आपके घर में मिल जायेगी या फिर अपने पडोसी से खाली रिफिल ले ले अब बाजार से आपको दो चीज लानी है एक तो नीम का तेल और दूसरा कपूर फिर खाली रिफिल में आप नीम का तेल डाले और थोड़ा सा कपूर भी डाल दे और रिफिल को मशीन में लगा दे पूरी रात मच्छर नही आयेगे

कपूर (कैंफोर) : कपूर (कर्पूर) या कैंफोर प्राकृतिक मोस्किटो रिपैलेंट है। घर की सभी खिड़कियां और दरवाजे बंद कर दें और थोड़ा कपूर जला दें। कुछ देर तक खिड़की-दरवाजे बंद ही रहने दें और कपूर का धुआं घर के हर कोने में फैलने दें। आप पाएंगे कि सभी मच्छर छू मंतर हो गए। आप चाहें तो कपूर के बॉल भी घर में अलग-अलग जगह पर रख सकते हैं। इसकी महक मच्छरों को पसंद नहीं है। वे भाग जाएंगे।

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Thursday, October 12, 2017

केवल यह चीज किन्नर से मांग ले, नहीं रहेगी कभी पैसों की कमी

हर कोई चाहता है कि महंगी गाडी, ख़ुद के मकान- दुकान का सपना हर कोई संजोता है, लेकिन बहुत कम लोग होते हैं जो अपने सपनों को साकार कर पाते हैं। यहाँ तक कि, जीवन की परेशानियों इतनी बढ़ जाती है कि आपका पर्स तक खाली हो जाता है, और इंसान तंगहाली से गुजरने लगता है। केवल अंजान किन्नर से यह चीज मांगने और देने से आपकी किस्मत संवर सकती है। आपको पैसों की कभी कोई कभी नहीं रहेगी।
कहते हैं कि किन्नर को किया गया दान अक्षय पुण्य प्रदान करता है और इतना ही नहीं इनकी दुआएं व्यक्ति को किसी भी तरह की विपत्ति से बचा लेती है। इसीलिए माना गया है कि अगर आपको पैसे से संबंधित परेशानी है तो आप किसी भी किन्नर से एक रुपए का सिक्का वापस ले लें। यदि किन्नर अपनी खुशी से आपको सिक्का दे देगा तो आप उसे एक हरे कपड़े में लपेट कर अपने पर्स या फिर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपकी समस्याप दूर हो जाती है।
शास्त्रों के अनुसार पैसों से संबंधित समस्या में मां लक्ष्मीप की पूजा करनी भी आवश्याक होती है। माना गया है कि चावल शुक्र ग्रह से संबंधित अनाज है यही कारण है कि किसी भी पूजा-पाठ के दौरान देवी-देवताओं को तिलक करने के बाद चावल भी चढ़ाए जाते हैं। लक्ष्मी पूजा के दौरान चढ़ाए गए चावल बहुत ही विशेष होते हैं। मां लक्ष्मी को चढाए गए चावलों के 21 दाने एक कागज की पुड़िया बनाकर अपने पर्स में रख लें। इससे आपको शुक्र ग्रह तथा माता लक्ष्मी से संबंधित सकारात्मचक फल प्राप्त होंगे।
माना जाता है कि पीपल के पत्ते में भगवान विष्णु का वास होता है इसलिए एक पीपल के पत्ते को गंगाजल से धोकर पवित्र कर लें। अब इस पर केसर से श्री लिखें और इसे अपने पर्स चुपचाप ऐसी जगह रखें जहां किसी की भी नजर न पड़ें । नियमित अंतराल पर यह पत्ता बदलते रहें। अपने पर्स और चाबी को कभी भी टेबल पर नहीं रखना चाहिए कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में पैसों की तंगी हो जाती है इसलिए इसे किसी सुरक्षित स्थान पर रखें। ये सुरक्षा की दृष्टि से तो सही होता ही है तथा शास्त्रों के अनुसार भी सही रहता है।
अपने किसी गुरु को मानने वाले लोग पर्स में अपने गुरु की फोटो रख सकते हैं। गुरु की तस्वीर पर्स में होने से आपको धन से संबंधित परेशानियां नहीं होंगी। माना जाता है कि गुरु की तस्वीर पर्स में होने से आप खराब समय में भी राहत और आध्यात्मिक शांति महसूस करेंगे। गुरु की तस्वीर पर्स में होने से आपको धन से संबंधित परेशानियां नहीं होंगी ।

Tuesday, October 3, 2017

शाम को किसी को ना दें ये तीन चीजें, वरना घर की बरक्कत हो जाएगी खत्म

शाम को किसी को ना दें ये तीन चीजें, वरना घर की बरक्कत हो जाएगी खत्म
Hind News 24x7
हिन्द न्यूज़ डेस्क| वास्तुशास्त्र का अर्थ होता है चारों दिशाओं से मिलने वाली ऊर्जा तरंगों का संतुलन. यदि ये तरंगें संतुलित रूप से आपको प्राप्त हो रही हैं, तो घर में सुख और शांति बनी रहेगी. ऐसे में वास्तु को अपने अनुसार बनाए रखने के लिए कुछ विशेष प्रयासों को किया जाना आवश्यक है. इन प्रयासों के माध्यम से आप अपने घर को वास्तुदोष से बचा सकते हैं.

-सूर्यास्त के समय अगर आपके घर पर कोई दूध, दही या प्याज मांगने आए तो इन तीनों चीजों को देने से साफ मना कर दें क्योंकि सूर्यास्त के समय किसी बाहरी व्यक्ति को ये तीनों चीजें देने से घर की बरक्कत समाप्त हो जाती है.
-मुख्य द्वार के पास कभी भी कूड़ादान ना रखें इससे पड़ोसी शत्रु हो जाएंगे.
-छत पर कभी भी अनाज या बिस्तर ना धोएं इससे ससुराल से संबंध खराब होने लगते हैं.
-स्नान के बाद गीले या एक दिन पहले के प्रयोग किए गए तौलिए का प्रयोग ना करें इससे संतान हठी व परिवार से अलग होने लगती है अपनी बात मनवाने लगती है अतः रोज साफ सुथरा और सूखा तौलिया ही प्रयोग करें.
-कभी भी यात्रा में पूरा परिवार एक साथ घर से ना निकलें आगे पीछे जाऐं इससे यश की वृद्धि होगी.

Friday, September 29, 2017

एक मोमबत्ती जो करेगी आपकी सारी परेशानियों का अंत

एक मोमबत्ती जो करेगी आपकी सारी परेशानियों का अंत
News Track Live

इस संसार में कई प्रकार के लोग निवास करते है जिनकी विचारधारा भिन्न - भिन्न होती है जो इन्हें एक दुसरे से प्रथक करती है किन्तु एक विषय ऐसा होता है जहाँ पर आकर सभी व्यक्तियों की विचारधारा सामान हो जाती है और वह विषय है अपने परिवार की ख़ुशी. हर व्यक्ति चाहता है की उसका परिवान हमेशा खुश रहे. इसके लिए वह हर संभव प्रयास करता है किन्तु कुछ ऐसे कारण होते है जिसकी वजह से उसके परिवार में दुःख और अशांति का वातावरण बना रहता है. आज हम आपको इन्ही कारणों के विषय में बताएँगे जिसे जानकर आप इन्हें दूर कर सकते है.
नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव
जब आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक बढ़ जाता है तो आपके घर में दुःख, अशांति, दरिद्रता आदि अपना डेरा जमा लेते है जिसके कारण आपके जीवन में कई प्रकार की समस्या जन्म ले लेती है. वास्तु शस्त्र के अनुसार यदि आप अपने घर के कोने में मोमबत्ती जलाएंगे तो इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है आप चाहें तो सुगन्धित मोमबत्ती जला सकते है.
तनाव का अंत
यदि आप क्रिस्टल से बनी मोमबत्ती अपने घर में लगायेंगे तो इससे आपके और आपकी पत्नी के बीच उत्पन्न तनाव का अंत होता है साथ ही इससे आपके घर की शोभा भी बढ़ती है.
आंतरिक शान्ति
यदि आपका मन अशांत है और आपको आंतरिक शान्ति चाहिए तो आप मोमबत्ती को पूर्व दिशा की और रखकर जलाइए इससे आपको आंतरिक शान्ति मिलती है और यदि मोमबत्ती स्टेंड को अपने ड्रोइंगरूम में रखा जाता है तो इससे आपके घर को मजबूती मिलती है.
ऊर्जा की उत्पत्ति
यदि आप कई सारी मोमबत्ती को एक कतार में लगाते है तो इससे आपके घर सकारात्मक ऊर्जा की उत्पति होती है जिससे आपके घर में सुख सम्रद्धि हमेशा बनी रहती है.
संबंधो में सुधार
यदि आपके घर में अक्सर विवाद होता रहता है तो आप अपने घर के दाएँ भाग में मोमबत्ती जलाइए जो आपके परिवार और आपके बीच भावात्मक बदलाव लाता है जिससे विवाद का अंत होता है.

Tuesday, September 26, 2017

नहाने के पानी में डाले ये चीज़े, बदल जायेगी आपकी ज़िन्दगी

नहाने के पानी में डाले ये चीज़े, बदल जायेगी आपकी ज़िन्दगी
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आज कल हर 10 मे से 8 व्यक्ति ऐसे होते है जो किसी न किसी हेल्थ प्रॉबलम से परेशान रहता है और ऐसा इस लिए होता है क्योकि वह व्यक्ति सही तरह से डाइट नहीं लेता है जिसकी वजह से कई व्यक्ति अपनी आधी सैलरी अपनी हेल्थ पर ही खर्च कर देते है लेकिन उसके बाद भी उन्हे कोई लाभ नहीं मिलता है तो ऐसे मे आप अपने खाने-पीने और रहन-सहन मे कुछ बदलाव करके अपनी हेल्थ प्रॉबलम से छुटकारा पा सकते है। अक्सर हम लोग नहाते टाइम बहुत ही सादा सा पानी लेते है लेकिन इस सादे से पानी की जगह पर हम अगर पानी मे ये कुछ चीजे मिला कर नहाए तो हम कई तरह की हेल्थ प्रॉबलम से बच सकते है तो आइये जानते है क्या है वो चीजे.....
1. चंदन :- रात को सोने से पहले एक कटोरी पानी मे चुटकीभर चंदन डालकर रखे दे और सुबह ऐसे एक बाल्टी पानी मे मिलाकर नहाएँ से हमारी स्किन इन्फेक्शन दूर होगा।
2. हल्दी :- एक बाल्टी पानी मे एक चम्मच कच्ची हल्दी का पेस्ट बना कर डाल दे इससे आपकी स्किन डिजिज़ का खतरा टलेगा। मुल्तानी मिट्टी
3. कपूर :- एक बाल्टी पानी मे कपूर के 2 या 3 टुकड़े डालकर मिला ले इससे नहाने पर आपकी बॉडी रिलैक्स होगी और आपका सिरदर्द की प्रॉबलम भ दूर हो जाएगी।
4. मुल्तानी मिट्टी :- मुल्तानी मिट्टी प्रयोग युगों से सौन्दर्य संबंधी उपचार के लिए किया जाता रहा है। मुल्तानी मिट्टी प्रकृति का अनमोल वरदान है जो बाल और त्वचा संबंधी किसी भी समस्या से लड़ने में मदद करता है।
5. गुलाब जल :- एक बाल्टी पानी मे 3 से 5 चम्मच गुलाब जल मिलकर नहाने से मसल्स रिलेक्स फ़ील होता है और आपकी बॉडी से बदबू भी दूर हो जाती है।
6. फिटकरी और सेधा नमक :- अपने नहाने की बाल्टी मे 1 चम्मच फिटकरी और सेधा नमक मिलाकर नहाएँ इससे आपकी बॉडी का ब्लड सकुर्लेशन ठीक होगा।
7. नीम के पत्ते :- एक गिलास पानी मे 7 से 10 नीम के पत्ते उबाल ले फिर उसे ठंडा होने पर छान ले उसके बाद मे इसे एक बाल्टी पानी मे मिलाकर नहाएँ इससे आपकी स्किन इन्फेक्शन और सूजन दूर होगी।

Monday, September 11, 2017

*ओव्याचे 25 उपयोग*,

*ओव्याचे 25 उपयोग*,

या आजारांमध्ये मिळेल
त्वरित आराम

स्वयंपाकात उपयोग होणा-या मसाल्याला औषधी महत्व
खुप असते . याचे योग्य उदाहरण म्हणचे ओवा. ओव्याचा वापर
हजारो वर्षांपासुन आजारांवर घरगुती उपाय म्हणुन केला
जातो. ओव्याचे वनस्पतिक नाव ट्रेकीस्पर्मम एम्माई आहे.
आयुर्वेदानुसार ओवा पचनक्रीया सुधारते. हे कफ, पोट, छाती
चे दुखणे आणि कीटकांचे रोगांसाठी फायदेशीर आहे.
यासोबतच उचकी, ढेकर या आजारांसाठी फायदेशीर असते.
ओव्यामध्ये 7 टक्के कोर्बोहायड्रेट, 21 टक्के प्रोटीन, 17
टक्के खनिज, 7 टक्के कॅल्शियम, फॉस्फोरस, लोह, पोटॅशियम,
सोडियम, रिबोफ्लोविन, थायमिन, निकोटिनिक अॅसिड
कमी प्रमाणात, थोड्या प्रमाणात आयोडिन, साखर,
सेपोनिन, टेनिन, केरोटिन आणि 14 टक्के तेल असते. यामध्ये
मिळणारे सुगंधीत तेल 3-4 टक्के असते, 5 ते 6 टक्के मुख्य घट
थाइमोल असते.

1. पोट बिघडल्यावर ओवा चावुन खावा. यानंतर एक कप गरम
पाणी प्या.

2. 10 ग्रॅम सुंठ, 5 ग्रॅम काळे मीठ, 2 ग्रॅम जीरे चांगल्या प्रकारे
मिश्रण करा. या मिश्रणातील 3 ग्रॅम प्रमाण कोमट पाण्यत
टाकुन दिवसातुन 4-5 वेळा घ्या. पोट दुखी होणार नाही.

3. पोटात जंतु असतील तर काळ्या मीठासोबत अर्धा चमचा
ओवा खा. हे काही वेळा नियमित खाल्ल्याने पोटातील
जंत नष्ट होतील.

4. 3 ग्रॅम ओवा आणि अर्धा ग्रॅम मीठ खाल्ल्याने हृदयाचे
रोग दुर होतील.

5. गॅस झाल्यावर थोडी हळद, ओवा आणि एक चिमुट काळे
मीठ मिळवुन खा. यामुळे लवकर आराम मिळेल.

6. 5 ग्रॅम ओवा पाण्यात टाकुन सेवन करा. महिन्यातुन पाच
वेळा असे केल्याने मुतखडा कधीच होणार नाही आणि असेल
तर निघुन जाईल.

7. तोंडले, ओवा, अद्रक आणि कापुर यांना समान प्रमाणात
घेऊन कुटून घ्या. एका सूती कपड्यात गुंडाळुन थोडे गरम करा
सुजलेल्या भागावर हळु-हळू शेकल्यामुळे सुज कमी होईल.

8. दारुची सवय मोडण्यासाठी दिवसातुन प्रत्येक दोन
तासाला ओवा चावण्यास द्या. लवकर परिणाम दिसेल.

9. ओवा भाजुन बारीक करा. या मिश्रणाने रोज दोन- तीन
वेळा दात घासा. तुमचे दात मजबुत आणि चमकदार होतिल.
दात दुखत असल्यास ओवा पाण्यात उकळुन कोमट पाण्याने
गुळण्या करा. दात दुखणे थांबेल.

10. आजवान बारीक करुन खोब-याच्या तेलात टाका आणि
हे तेल कपाळावर लावा , डोके दु:खी थांबेल.

11. ओवा भाजुन एका कपड्यात गुंढाळा आणि रात्री
झोपतांना उशा जवळ ठेवा, दमा, सर्दी, खोकला असणा-या
लोकांना श्वास घेण्यास अडचण येणार नाही.

12. दम्याच्या रोग्यांना रोज ओवा आणि लवंगच्या समान
प्रमाण असलेले चुर्ण रोज दिले तर फायदा होतो. ओवा
एखाद्या मातीच्या भांड्यावर जाळुन त्याचा धुर केला तर
दम्याच्या रोग्यांना श्वास घेण्यास अडचण येणार नाही.

13. ओव्याच्या रसामध्ये दोन चिमुट काळे मीठ मीळवुन सेवन
करा आणि नंतर गरम पाणी प्या. खोकला बरा होईल.

14. कोरड्या खोकल्यापासुन त्रस्त असाल तर ओव्याचा रस
मधात मिळवुन दिवसातुन 2 वेळा एक-एक चमचा सेवन करा.

15. गळ्यात खाज असेल तर बोराचे पाने आणि ओवा हे सोबत
एकाच पाण्यात उकळा आणि गाळुन हे पाणी प्या.

16. अद्रकच्या रसामध्ये थोडे चूर्ण आणि ओवा मिळवून
खाल्ल्याने खोकल्यापासुन आराम मिळेल.

17. ओवा विड्याच्या पानामध्ये ठेवून चावा. असे केल्याने
कोरड्या खोकल्यापासुन आराम मिळेल. याव्यतिरिक्त
ओवा खाल्ल्याने गळ्याची सूज आणि दुखणे थांबेल.

18. नाक बंद झाल्यावर ओव्याला बारीक करुन कपड्यात
गुंडाळुन वास घ्या, आराम मिळेल.

19. जेवणा नंतर ओवा आणि गुळ सोबत खाल्ल्याने सर्दी
आणि अॅसिडिटीपासुन आराम मिळेल.

20. 2 ते 3 ग्रॅम ओवा दिवसातुन तीन वेळा घ्या. सर्दी आणि
डोकेदुखीपासुन आराम मिळेल.

21. पानच्या पाणांसोबत ओवा चावा, गॅस, पोटातील
मुरडा आणि अॅसिडीटीपासुन आराम मिळेल.

22. 1 ग्रॅम भाजलेला ओवा पानमध्ये टाकुन जावल्याने अपचन
पासुन आराम मिळेल. हिवाळ्यात शरिराला थोडी गर्मी
देण्यासाठी थोडा ओवा चावा आणि पाण्यासोबत सेवन करा.

23. 1 चमचा ओवा आणि एक चमचा जीर एकसोबत भाजुन
घ्या. मग हे पाण्यात उकळुन गाळुन घ्या. या पाण्यात साखर
मिळवून प्यायल्याने अॅसिडीटीपासुन आराम मिळेल.

24. कॉलरा झाल्यावर कापुर सोबत ओवा मिळवून
खाल्ल्याने आराम मिळेल. झोप न येण्याची समस्या असेल तर
2 ग्रॅम ओवा पाण्यासोबत सेवन करा. झोप चांगली येईल.

25. खाज येत असेल किंवा कुठे जळाले असेल तर, ओवा बारीक
करुन तेथे लावा आणि 4-5 तास लावुन ठेवा. यामुळे फायदा
होईल.                                  🌷आरोग्यम् धनसंपदा 🌷