Tuesday, March 27, 2018

बार-बार एलर्जी होती है तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

बार-बार एलर्जी होती है तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे
Nari

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बदलते मौसम में एलर्जी की समस्या होना आम है। मगर यह परेशानी जब व्यक्ति को एक बार चपेट में ले तो जल्दी पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती। दवाइयों का सेवन करने के बावजूद भी एलर्जी की समस्या बार-बार होती रहती है। प्रदूषण या खाने में मिलावट के कारण आजकल लोगों में एलर्जी की समस्या बढ़ रही है, जिसमें से स्किन एलर्जी भी एक है। स्किन एलर्जी होने के कारण त्वचा का लाल होना और खुजली जैसी परेशानी हो जाती है, जोकि धीरे-धीरे चर्म रोग का कारण भी बन सकती हैं। ऐसे में कुछ आसान से घरेलू नुस्खे अपनाकर स्किन एलर्जी की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है।
एलर्जी के कारण
मौसम में बदलाव
धूल मिट्टी के कणों के कारण
जानवरों को छूने के कारण
दर्द निवारक दवाओं का सेवन
टैटू का त्वचा पर बुरा प्रभाव
किसी फूड के कारण
ड्राई स्किन से त्वचा में एलर्जी
किसी कीड़े मकोड़े का काटना

एलर्जी के लक्षण
त्वचा पर लाल धब्बे पड़ना
खुजली होना
फुंसी-दाने हो जाना
रैशेज या क्रैक पड़ना
जलन होना
त्वचा में खिंचाव पैदा होना
छाले या पित्त होना
स्किन एलर्जी के घरेलू उपचार
1. एलोवेरा
एलोवेरा जेल और कच्चे आम के पल्प को मिक्स करके त्वचा पर लगाएं। इस लेप को लगाने से स्किन एलर्जी की जलन, खुजली और सूजन से राहत मिलती है।

2. अधिक पानी पीना
स्किन एलर्जी होने पर अपने शरीर को अधिक से अधिक हाइड्रेट रखें। इसके लिए एक दिन में कम से कम 10 ग्लास पानी जरूर पीएं। अधिक पानी का सेवन आपको सनबर्न और फ्लू से बचाएगा।
3. कपूर और नारियल तेल
कपूर को पीसकर उसमें नारियल का तेल मिक्स करें। इसके बाद इसे खुजली वाली जगहें पर लगाएं। दिन में कम से कम 2 बार इस मिक्चर को लगाने से आपकी एलर्जी की समस्या दूर हो जाएगी।

4. फिटकरी
एलर्जी वाली जगहें को फिटकरी के पानी से धोएं। उसके बाद इसपर कपूर और सरसों का तेल मिक्स करके लगाएं। आप चाहें तो इसकी जगहें फिटकरी और नारियल का तेल मिक्स करके भी लगा सकते हैं।
5. नीम
एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर नीम एलर्जी की समस्या को दूर करने का रामबाण इलाज है। इसके लिए नीम के पत्तों को रात के समय पानी में भिगो दें और सुबह इसका पेस्ट बनाकर लगाएं। इससे आपकी स्किन एलर्जी मिनटों में गायब हो जाएगी।

एलर्जी होने पर बरतें ये सावधानियां
1. अपने साबुन को बदलकर किसी एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें।
2. स्किन एलर्जी होने पर त्वचा में बार-बार खुजली न करें।

3. ज्यादा से ज्यादा खुली हवा में रहें।
4. अगर आपको किसी फूड से एलर्जी है तो उससे दूर रहें।
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Saturday, March 17, 2018

लकवा मारने पर तुरंत करे यह उपाय, पुनः ठीक हो जाएगा मरीज

लकवा मारने पर तुरंत करे यह उपाय, पुनः ठीक हो जाएगा मरीज

दुनिया में कई तरह की बीमारिया है| जिसमे कई तरह के स्ट्रोक भी है| जिससे कई इंसानों की मौत हो चुकी है| आज हम लकवा के अटैक की बात कर रहे है| जिसे हम अंग्रेजी भाषा में पैरालिसिस कहते है| यह अटैक किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकता है| लेकिन इसका ज्यादातर मामला 55 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगो में देखा जाता है|

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जब किसी इंसान के किसी अंग के नसों में ब्लोकेज होता है| मतलब जब उस जगह खून का थक्का जम जाता है तब खून का प्रवाह उस जगह बंद हो जाता है| तब दिमाग उस अंग को कंट्रोल नहीं कर पाता| जिस कारण से मरीज चाह कर भी उस अंग को हिला-दुला नहीं पाता| यहाँ तक की उस अंग में उन्हें कुछ भी महसूस नहीं होता| लेकिन जब किसी इंसान को यह अटैक आता है| तो अस्पताल जाते समय थोड़ा समय लग सकता है| तो उस दौरान रास्ते में इस उपाय को अजमाए|

लकवा मारने पर तुरंत करे यह आसान उपाय
जब किसी को लकवा मारे तो तुरंत उन्हें लहसुन और शहद को मिलाकर खिलाये| इस उपाय से प्रभावित अंग में फिर से रक्त का संचार होने लगेगा| जिससे मरीज कुछ ही दिनों में ठीक हो जाएगा|
ऐसी स्थिति में 100 ग्राम तिल का तेल पिये और 5 से 6 लहसुन की कली चबाकर खाए| इसके अलावा प्रभावित अंग पर तिल के तेल में लहसुन की कुछ कली डालकर पकाकर उस अंग का इस तेल से मालिश करे|

Tuesday, March 6, 2018

ताक पिण्याचे हे 9 प्रकारचे फायद

*🥛ताक पिण्याचे हे 9 प्रकारचे फायदे जाणून घेऊया आणि कोल्ड्रिंक पिणे थांबूया . . .*

१) ताक प्यायल्याने लठ्ठपणा कमी होतो.

२) वारंवार लघवीचा त्रास होत असेल तर ताकात मीठ टाकून प्यावे. त्रास कमी होतो.

३) दह्याचे पाणी अथवा ताकाने गुळण्या केल्यास तोंड येणे बरे होते.

४) ताकात ओवा टाकून प्यायल्यास पोटातील जंतू मरुन जातात.

५) ताकात गुळ टाकून प्यायल्यास लघवी करताना होणारी जळजळ बंद होते.

६) थोडेशी जायफळ पूड ताकात टाकून प्यायल्यास डोकेदुखी कमी होते.

७) रिकाम्या पोटी ताक प्यायल्याने पोटदुखी बरी होते.

८) ताकात साखर आणि काळी मिरी टाकून प्यायल्यास पित्ताचा त्रास कमी होतो.

9) महत्वाचे म्हणजे तीन दिवस ईतर काहीही न खाता ताक पीत राहल्यास आपल्या शरीराचे पंचकर्म आपोआप होते. ज्यांनी ह्या पूर्वी रू 5000 देऊन पंचकर्म केलेल आहे त्यांनी हा प्रयोग करून पहा तेव्हा लक्षात येईलच. तुमची तब्बेत ठीक तर होईलच पण पैसाही वाचेल. असे सहा महीन्यात ऐक वेळ करा, आपनास होनारे भावी मोठे आजार पण टळतील. त्यामुळे होनारा त्रास व औषधी खर्चही वाचेल.
*चला तर मग 🥛 ताक पिण्यास सुरुवात करायला.*
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*आज पासून  Cold Drinks बंद करूया*
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Happy  summer  days!!!!!!!!

Sunday, March 4, 2018

350 रोगों को अकेले ही जड़ से मिटाने की ताकत है इस स्पेशल ज्यूस में...

350 रोगों को अकेले ही जड़ से मिटाने की ताकत है इस स्पेशल ज्यूस में...
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फल के ज्यूस की ताकत तो सभी जानते हैं कि लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ज्यूस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें एक साथ अनगिनत रोगों को एक साथ दूर करने की क्षमता है।  जी हां, गेहूं की पौध को ज्वारा कहते हैं।

इस प्रकृति में कुछ ऐसी भी चीजें मौजूद हैं, जिनके चमत्कारिक प्रभाव के बारे में हम सब नहीं जानते हैं। फल के ज्यूस की ताकत तो सभी जानते हैं कि लेकिन आज हम आपको एक ऐसे ज्यूस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें एक साथ अनगिनत रोगों को एक साथ दूर करने की क्षमता है।
जी हां, गेहूं की पौध को ज्वारा कहते हैं। जमीन में गेहूं बोने के बाद 7—8 दिन के बीच जो पौध निकलते हैं उन्हें गेहूं का ज्‍वारा कहा जाता है। इसे अंगेजी में Wheat Grass भी कहते हैं। इसके ज्यूस को संजीवनी बूटी कहा गया है। गेहूं के ज्‍वारे में क्लोरोफिल, आयोडीन, सेलेनियम, आयरन और विटामिन A, B2, C और E की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।
मोटापे से छुटकारा
गेहूं के ज्वारे में फाइबर की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। इस ज्यूस के सेवन से बॉडी का मेटाबॉलिज्‍म ठीक रहता है। गेहूं के ज्वारे के जूस में क्लोरोफिल पाया जाता जो बॉडी को टॉक्सिक फ्री करता है। यही नहीं गेहूं का ज्वारा रक्त में आॅक्सीजन की मात्रा बनाए रखता है।
मुंह की बदबू से निजात
अगर आपके मुंह से बदबू नहीं जाती है तो गेहूं के ज्वारे के रस से कुल्ला करें। ऐसा करने से मसूड़ों से खून का आना, बदबू और दांतों की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है।

कब्ज
अगर आपको उल्टी जैसा महसूस हो रहा है तो गेहूं के रस का एक घूंट पी लें। इससे आपको राहत मिलेगी। यही नहीं ज्वारे का रस कब्ज से भी छुटकारा दिलाता है।
एंटी एजिंग
गेहूं के ज्‍वारे में एंटी एजिंग क्वालिटी होती है जिससे चेहरे पर झुर्रियां नहीं आतीं हैं। ज्‍वारे में पाए जाने वाले क्‍लोरोफिल से त्‍वचा पर बुढ़ापे का असर नहीं​ पड़ता है।

ब्लड प्रेशर
गेहूं के ज्‍वारे का रस ब्लड में मौजूद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है। इसके पीने ब्लड प्रेशर एक दम से नियंत्रित हो जाता है। हार्ट अटैक का खतरा भी दूर हो जाता है।
पाचन तंत्र
गेहूं के ज्‍वारे के रस में जादुई ताकत होती है। आपको बता दें कि पेट की समस्या के लिए यह रस रामबाण इलाज है। इस रस से पेट में एसिड की समस्या नहीं होती है।
जोड़ों के दर्द से राहत
जोड़ों के दर्द पर ज्वारे के रस में कपड़ा भिगकर दर्द वाली जगह पर बांधने से भी राहत मिलती है। रोजाना आधा गिलास इस रस का सेवन आपको दुरुस्‍त बनाए रखेगा ।
बालों को बनाए स्वस्थ्य
ज्‍वारे का रस बालों की सभी समस्‍याओं के लिए वन स्टॉप सॉल्‍यूशन है। इस रस को रूई से बालों पर लगाएं। आधे घंटे बाद अपने बालों का अच्छी तरह से धो लें। ऐसा नियमित रूप से करने पर बालों में रूसी, रूखापन, झड़ने-गिरने की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही बाल घने और मजबूत बन जाएंगे।